शीघ्रपतन क्या होता है?

जब पुरुष संभोग के दौरान बहुत जल्दी स्खलित डिस्चार्ज हो जाता है और अपनी पार्टनर को संतुष्ट नहीं कर पाता, तो इस समस्या को शीघ्रपतन कहते हैं। यह बहुत आम यौन रोग है, लेकिन अधिकतर लोग इसे छुपा लेते हैं। यह समस्या सिर्फ एक शारीरिक नहीं, बल्कि मानसिक भी होती है। समय रहते इलाज हो जाए तो पूरी तरह ठीक हो सकती है।
भारत में क्यों आम है शीघ्रपतन?
भारत में सेक्स शिक्षा की कमी, तनावपूर्ण जीवनशैली, और शादी के पहले यौन अनुभव की कमी के कारण यह समस्या अधिक देखने को मिलती है। पुरुष इसे शर्म की बात मानते हैं, लेकिन सच यह है कि हर 3 में से 1 पुरुष को कभी न कभी इस समस्या का सामना करना पड़ता है।
शीघ्रपतन के कारण क्या हैं?

1. मानसिक कारण:
- तनाव या चिंता
- आत्मविश्वास की कमी
- पोर्न देखने की आदत
- पहली बार संबंध बनाने का डर
2. शारीरिक कारण:
- नसों की कमजोरी
- टेस्टोस्टेरोन (पुरुष हार्मोन) की कमी
- थाइरॉइड या डायबिटीज़ जैसी बीमारी
- गलत खान-पान या जीवनशैली
3. आदतों से जुड़ी वजहें:
- बार-बार हस्तमैथुन
- शराब या सिगरेट का सेवन
- नींद पूरी न होना
- मोटापा और शारीरिक कमजोरी
जल्दी डिस्चार्ज प्रॉब्लम का सलूशन क्या है?

1. सही कारण जानना ज़रूरी है
हर व्यक्ति की समस्या अलग होती है। कोई मानसिक वजह से जल्दी डिस्चार्ज करता है, तो कोई शारीरिक कमजोरी के कारण। इसलिए सबसे पहला कदम है – सही कारण पहचानना।
चेतन क्लिनिक में विशेषज्ञ डॉक्टर आपकी पूरी जांच करते हैं और फिर इलाज शुरू करते हैं।
2. दवाइयों से इलाज
डॉक्टर द्वारा दी गई दवाइयाँ नसों को मजबूत करती हैं और स्खलन की प्रक्रिया को कंट्रोल करने में मदद करती हैं। ये दवाएं शरीर के हार्मोन को संतुलित भी करती हैं।
3. काउंसलिंग और मन की बात
कुछ मामलों में मानसिक डर और सेक्स को लेकर तनाव शीघ्रपतन का बड़ा कारण होता है। ऐसे मरीजों को मनोवैज्ञानिक काउंसलिंग से फायदा होता है। इससे आत्मविश्वास बढ़ता है और रिश्ता भी मजबूत होता है।
4. आयुर्वेदिक उपाय
अश्वगंधा और शिलाजीत जैसी जड़ी-बूटियाँ
सफेद मूसली और कौंच बीज
ये शरीर की ताकत और वीर्य को गाढ़ा करने में मदद करते हैं
👉 चेतन क्लिनिक में आयुर्वेदिक ज्ञान और आधुनिक चिकित्सा विज्ञान का बेहतरीन मेल देखने को मिलता है।
घरेलू उपाय जो मदद कर सकते हैं
✔ गुनगुना दूध और शहद
सोने से पहले दूध में शहद मिलाकर पीने से नसें मजबूत होती हैं और शरीर को अंदर से ताकत मिलती है।
✔ सूखे मेवे
बादाम, अखरोट और किशमिश रोज़ खाने से ऊर्जा और वीर्य बढ़ता है।
✔ व्यायाम और योग
रोज़ 30 मिनट टहलना
भुजंगासन और कीगेल एक्सरसाइज़ से पेल्विक मांसपेशियाँ मजबूत होती हैं
✔ मोबाइल और पोर्न से दूरी
बार-बार पोर्न देखने से ब्रेन में उत्तेजना जल्दी बढ़ जाती है, जिससे असली संबंध में नियंत्रण खो जाता है।
शीघ्रपतन का इलाज करवाने में देर क्यों नहीं करनी चाहिए?

- रिश्ते में दूरी आ सकती है
- पत्नी/पार्टनर का असंतोष बढ़ सकता है
- आत्मसम्मान और मनोबल गिर सकता है
- डिप्रेशन और अकेलेपन की संभावना
- अगर समय रहते इलाज हो जाए तो समस्या बहुत आसानी से हल हो सकती है।
सेक्सोलॉजिस्ट को कब दिखाना चाहिए?

- जब हर बार संभोग बहुत जल्दी खत्म हो जाए
- जब आपको लगे कि आप कंट्रोल नहीं कर पा रहे
- अगर यह समस्या कई महीनों से बनी हुई है
- जब आपकी पार्टनर असंतुष्ट महसूस करें
- जब घरेलू उपाय और दवाएं असर न कर रही हों
- अगर इनमें से एक भी बात आप पर लागू होती है, तो तुरंत किसी विशेषज्ञ सेक्सोलॉजिस्ट से मिलें।
शीघ्रपतन का इलाज कितने समय में होता है?

उपचार में लगने वाला समय हर व्यक्ति की शारीरिक स्थिति और समस्या की गंभीरता पर निर्भर करता है।
अगर परेशानी ज़्यादा गंभीर नहीं है, तो लगभग 15 से 20 दिन में फर्क महसूस होने लगता है।
अगर समस्या नसों की कमजोरी या मानसिक तनाव से जुड़ी हो, तो इलाज में एक से दो महीने तक का समय लग सकता है।
चेतन क्लिनिक में मरीजों को पूरी जानकारी, परामर्श और ट्रैकिंग के साथ इलाज दिया जाता है।
शीघ्रपतन के इलाज से क्या फायदे मिलते हैं?

संबंध में संतुलन और संतुष्टि
आत्मविश्वास में वृद्धि
तनाव और शर्म की भावना से छुटकारा
वैवाहिक जीवन में मिठास
चेतन क्लिनिक क्यों सबसे अच्छा विकल्प है?
1 अनुभवी सेक्सोलॉजिस्ट डॉक्टर
2. पूरी तरह गोपनीय इलाज
3.आधुनिक और आयुर्वेदिक इलाज का सही संतुलन
4.दिल्ली-NCR में आसानी से पहुँच
5. औषधियों की अपनी जी ऍम पी सर्टिफाइड निर्माण शाला
दिल्ली, नोएडा, गुड़गांव और फरीदाबाद के पेशेवर लोग यहाँ गोपनीय इलाज के लिए नियमित रूप से आते हैं।
👉संबंधित सेवाएं
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)
Q1. क्या शीघ्रपतन हमेशा के लिए ठीक हो सकता है?
हाँ, सही इलाज और समय पर परामर्श से यह पूरी तरह ठीक हो सकता है।
Q2. क्या घरेलू उपाय से इलाज संभव है?
हल्के मामलों में कुछ राहत मिल सकती है, लेकिन विशेषज्ञ सलाह ज़रूरी है।
Q3. क्या यह समस्या हर उम्र में हो सकती है?
जी हाँ, 20 से 60 वर्ष की उम्र में यह आम है, खासकर मानसिक तनाव के कारण।
Q4. क्या ये कमजोरी का संकेत है?
ये नसों की कमजोरी या मानसिक कारणों से हो सकता है। इलाज से ठीक किया जा सकता है।